
पहेलियाँ
1. अईसे ना ताकौ, आबत हैं हम अबहीं।
2. बच्चों की नादानियाँ भी मीठा सा रस देती हैं।
3. उमा को काबुल बुलवाया जा रहा है।
4. अपने मवेशियों को इकट्ठा करने के लिए चरवाहे सब टेर लगाते हैं।
5. हमें स्वस्थ्य रहना है तो ताजे फल खाने चाहिए।
6. अब यान उड़ने के लिए तैयार है, आप सब अपनी सीट पर पहुँच जाएं।
7. छोटा सा पौधा मकोय लगभग हर रूप में अति उपयोगी है।
8. ग्लास में नीचे बची लस्सी ज्यादा गाढ़ी और स्वादिष्ट लगती है।
9. आमदनी से ज्यादा खरचा तकलीफ का कारण बनता है।
10. अमला की वीर से सगाई पक्की कर दी गयी है।
उत्तर
1. अईसे ना ताकौ, आबत हैं हम अबहीं।
2. बच्चों की नादानियाँ भी मीठा सा रस देती हैं।
3. उमा को काबुल बुलवाया जा रहा है।
4. अपने मवेशियों को इकट्ठा करने के लिए चरवाहे सब टेर लगाते हैं।
5. हमें स्वस्थ्य रहना है तो ताजे फल खाने चाहिए।
6. अब यान उड़ने के लिए तैयार है, आप सब अपनी सीट पर पहुँच जाएं।
7. छोटा सा पौधा मकोय लगभग हर रूप में अति उपयोगी है।
8. ग्लास में नीचे बची लस्सी ज्यादा गाढ़ी और स्वादिष्ट लगती है।
9. आमदनी से ज्यादा खरचा तकलीफ का कारण बनता है।
10. अमला की वीर से सगाई पक्की कर दी गयी है।